हर्षवन्ती बिष्ट

हर्षवन्ती बिष्ट (Harsvanti Bisht)

(माताः श्रीमती सिद्धी बिष्ट, पिताः स्व. मेजर होशियार सिंह बिष्ट)

जन्मतिथि : 10 नवम्बर 1954

जन्म स्थान : इलाहाबाद

पैतृक गाँव : सुकई जिला : पौड़ी

वैवाहिक स्थिति : अविवाहिता

शिक्षा : डी.फिल., पीएच. डी.

प्राथमिक शिक्षा- सेन्ट्रल स्कूल सिकन्दराबाद, आन्ध्र प्रदेश व डीएवी कालेज मेरठ

हाईस्कूल, इण्टर- जी.जी.आई.सी. कोटद्वार

एम.ए. (अर्थशास्त्र)- रा. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार

पीएच.डी.- गढ़वाल विश्वविद्यालय पर्वतारोण के बेसिक व एडवांस्ड कोर्स, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी।

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1978 में पर्वतारोहण का बेसिक कोर्स करना जिससे पर्वतारोहण की प्रेरणा मिली। इसी के बाद पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिली।

प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. नन्दादेवी शिखर आरोहण, 1981; एवरेस्ट अभियान, 1984 में हिस्सेदारी. 2. अर्जुन पुरस्कार (1981) तथा 1984 में; उ.प्र. उच्च शिक्षा निदेशालय का स्वर्ण पदक; गढ़वाल हिमालय में पर्यटन विकास एवं पर्यावरण पर स्व. सुनील चन्द्र फैलोशिप (2000)

3. 1993 में फैलो ऑव रॉयल जियोग्राफिकल सोसाइटी;

4. 1994 में गंगोत्री क्षेत्र में 11700 फीट की ऊँचाई पर भोजपत्र की नर्सरी विकसित की और भोजपत्र वनीकरण का कार्य किया। श्री रतन सिंह चैहान, एस.आई.एन.आई.एम., उत्तरकाशी के सहयोग से भोजवासा में भोज के 10,000 पौधों का रोपण किया। भोजपत्र वनों के संरक्षण तथा गोमुख क्षेत्र में पर्यावरणीय चेतना के प्रसार हेतु विशेष अभियान संचालित किया।

5. गढ़वाल में पर्यटन पर एक पुस्तक प्रकाशित। राष्ट्रीय स्तर के पत्र- पत्रिकाओं में अनेक लोकप्रिय व शोध आलेख प्रकाशित।

6. पर्यटन के आर्थिक पक्ष व प्रभावों पर अनेक शोधपरियोजनाएं सम्पन्न कीं।

7. पहाड़ , नैनीताल, हिमालयन क्लब, मुंबई तथा इंडियन माउंटेनियरिंग फाउण्डेशन नई दिल्ली की सदस्या।

युवाओं के नाम संदेशः जीवन की कठिनाइयां व्यक्ति को कठिन परिश्रम व दृढ़ संकल्प प्रदान करती हैं और आगे चलकर सफलता की ओर ले जाती हैं।

विशेषज्ञता : शिक्षा, पर्वतारोहण, पर्यावरण संरक्षण।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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